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Pithori Amavasya – Pithori Amavasya Vrat Puja Vidhi and 2025 date

Pithori Amavasya is observed on the Amavas (No moon) day in the month of Bhadrapada (August – September) as per North Indian calendar. The corresponding month in other regions is the Shravan month. Goddess Durga is worshipped on Pithori Amavasya. Pithori Amavasya 2025 is August 23.

Story of Pithori Amavasya

Legend has it that the importance Pithori Amavasya Vrat was narrated to the wife of Lord Indra by Goddess Parvati. It is believed that performing this Vrata will help in attaining healthy and brave sons.

Pithori Amavasya Mantra

दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।  

Pithori Amavasya Puja Vidhi

Married women observe Pithori Amavasya for the good health and well being of their children.

In some regions, Goddess Durga, 64 Yoginis and Saptamatrikas are worshipped on the day.

Pitha means flour and women make idols of Goddess Durga using the flour.
Some communities make 64 small shapes using flour representing the deities.

शाम को संध्या काल में पूजा स्थान और मुख्य द्वार पर एक एक दीपक जलाएं, थाली में एक आटे का दीपक सरसों के तेल से जलाएं और इसमें मिठाई, फल, चावल रखकर पूरे घर में इस थाली को घुमाएं। बाद में इसे घर से निकलकर पूर्व  दिशा में जाएं और दीपक को शिव मंदिर पर रख आएं।

पिठौरी अमावस्या पर महिलाओं को माता पार्वती पूजा ज़रूर करनी चाहिए। इस दिन आटे से 64 देवियों की छोटी-छोटी प्रतिमा या पिंड बनाएं। इन्हें नए वस्त्र पहनाएं और पूजा के स्थान को फूलों से अच्छी तरह सजाएं और विधिव-पूर्वक पूजा करें।

What To Do On Pithori Amavasya?

  • स्नान, दान, पूजा पाठ करने ये पितृ प्रसन्न होते हैं 
  • इस दिन देवी दुर्गा की पूजा करने से जीवन सुखी बनता है। साथ ही अच्छी पढ़ाई और धन की भी प्राप्ति होती है।
  • महिलाओं द्वारा इस दिन माता पार्वती की पूजा कर अपने पुत्र की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए व्रत करने की भी मान्यता है।
  • मन की शांति के लिए चंद्रमा की पूजा करें सुख समृद्धि और के लिए चांदी धारण करें।
  • अपने पूर्वजों पितरों प्रसने करने के लिए किसी गरीब ज़रूरत मंद व्यक्ति के चावल, दाल, सब्जी, दक्षिणा या पका भोजन दान करें।